Is Humanity Still Live ?-Colors of Humanity-मानवता के रंग

मानवता (Humanity), एक अद्वितीय और अद्वितीय संसार है। यहाँ हर रंग, हर स्वर, हर भाव और भाषा की एकता होती है। मानवता वह गहराई है, जो अपनी सजीवता में हर व्यक्ति को एक साथ जोड़ती है। इस ब्लॉग में, हम Read more…

Climate Change-भारत में जलवायु परिवर्तन : क्या कर सकते हैं हम ?

 भारत में जलवायु परिवर्तन (Climate Change) : क्या कर सकते हैं हम ? जलवायु परिवर्तन (Climate Change) एक वैश्विक संकट है जो भारत सहित दुनिया भर के देशों को प्रभावित कर रहा है। बढ़ते तापमान, अनियमित वर्षा और चरम मौसम Read more…

What is Curiosity ? जिज्ञासा क्या है ! motivational video ! motivational speech

 जिज्ञासा- Curiosity जिज्ञासा क्या है जिज्ञासा होना अच्छा है या बुरा इसका हमारे जीवन पर क्या प्रभाव पड़ता है। आज हम इसी के बारे में बात करेंगे।    दोस्तों जिज्ञासा हमारी सोच से संबंधित एक ऐसा गुण है जो हमे Read more…

गैजेट्स या ई- कचरा – आप खुद ही सोचें

  दोस्तों  मैं दीपक खत्री रौनक फिर से हाज़िर हूं एक नई जानकारी व अहम मुद्दे के साथ । आप और हम बहुत ही चाव से आज के इस भौतिक युग में तकनीक के जाल में उलझते जा रहे है। Read more…

स्वभाव क्या है ? what is Nature? इसमें बदलाव क्यों जरूरी है ? motivational video motivational speech

स्वभाव, प्रकृति या नेचर इन्हे हम अलग नाम से जानते और पहचानते है। आज हम इसी के बारे में बात करेंगे  स्वभाव की विशेषता क्या है स्वभाव है क्या, उसका हमारे जीवन में क्या महत्व है। इसे साधारण से शब्दों Read more…

सेवा और संस्कार

दोस्तों आज के जमाने में सेवा और संस्कार इन दोनों ही शब्दों का महत्व बहुत ही बढ़ गया है। क्यूंकि जिस भाव की कमी होती है उसका महत्व व जरूरत दोनों ही बढ़ जाती है।आज हम इसी के बारे में Read more…

कैसे कमाएं घर बैठे 50 हज़ार से 1 लाख रुपए तक हर महीने !

दोस्तो मैं दीपक खत्री रौनक आज आप सब के लिए लाया हूँ एक बेहतरीन जानकारी जिसके चलते आप घर बैठे है अपने सपनों को पूरा कर सकते है ㄧ जी हाँ दोस्तो चौंक गए ना , लेकिन इसमे कुछ भी Read more…

#Night

रात== रातएक शब्दजिसने छुपाये हैना जानेकितने ही अहसासचाहे वो होख़ुशी केया फिरचाहे होगमीं के  कभी हैयेहकदार वाहवाहीकीऔर कभीहै घिरीबदनामीसेक्योंकिहै तो येमात्र एकशब्दइस शब्द कोजीवंत तोबनाता हैवोजो गुजारता हैइसेइंसानियत सेया केहैवानियत सेइसी से तोबनतीहै येरातख़ुशी कीयागम कीरात दीपक खत्री ‘रौनक’ रात

#Criticism

                              आलोचना आलोचना एक ऐसा शब्द है जिस से हर किसी का कभी ना कभी जरूर सामना हुआ होगा। आलोचना मानव जीवन का एक बहुत ही Read more…

खुदा के वास्ते मत भूलना – दीपक खत्री ‘ रौनक ‘

ग़ज़ल-ये लम्हा इन्कलाबी है बहुत गर्दिश मिटाने कोशहादत याद आती है मगर बस भूल जाने कोमंजर बनता नहीं मिटने मिटाने की कवायद सेजिगर में आग जलनी चाहिये लम्हा बनाने कोनजाकत से बयां करते है राजे इश्क वो हमकोशरारत है फकत Read more…