जिज्ञासा- Curiosity
जिज्ञासा क्या है जिज्ञासा होना अच्छा है या बुरा इसका हमारे जीवन पर क्या प्रभाव पड़ता है। आज हम इसी के बारे में बात करेंगे।
दोस्तों जिज्ञासा हमारी सोच से संबंधित एक ऐसा गुण है जो हमे किसी व्यक्ति विषय या वस्तु के बारे में जानने समझने के लिए प्रेरित करता है। यह मनुष्य के जीवन के सभी पहलुओं से जुड़ी होती है इसी से हमें सीखने जानने समझने की इच्छा होती है ।
जिज्ञासा के कारण ही हम क्या कौन और कैसे का उत्तर खोजने में लगे रहते है।
दोस्तों जिज्ञासा को प्राणियों में एक जन्मजात गुण माना गया है और इसका होना भी आवश्यक माना जाता है। और बच्चों से लेकर बूढ़ों तक इसका होना स्वाभाविक है। चूंकि जिज्ञासा हमारी सोच से जुड़ी होती है तो ये हमारे मस्तिष्क को मजबूत बनाती है यह एक मानसिक व्यायाम की तरह है । ये हमे अपने विचारों के प्रति सचेत बनाती है। इसी से आपके मन में नए विचारों को लेकर उत्सुकता बनती है आप अनुमान लगाने लगते है। जिज्ञासा मनुष्य की प्रगति में उसके आगे बढ़ने में उसके विचारशील होने में सहायक होती है । जिज्ञासा ही मनुष्य को कुछ नया करने की प्रेरणा देती है l अगर मनुष्य में कुछ नया करने का जज्बा ही नही होगा तो नियमित जिंदगी की भागदौड़ में ही हमारी जिंदगी गुजर जायेगी।
जिज्ञासा से हमें ज्ञान या जानकारी में वृद्धि तो होती है लेकिन अति जिज्ञासु होना भी नुकसान दायक हो सकता है। हमे अपनी जिज्ञासाओं को सीमित रखना चाहिए। जिससे वो किसी दूसरे के लिए परेशानी न बने। जिज्ञासा वश हम कुछ ऐसा न करे जो समाज और कानून के खिलाफ हो। ऐसी कोई भी जिज्ञासा जिससे जन धन की हानि या चोट लगने का खतरा हो, उससे दूर रहे। अतिजिज्ञासु (ज्यादा सवाल पूछने से ) होने से लोग आपसे दूरी भी बनाने लगते है।
इसलिए जिज्ञासा की सीमाओं को समझना भी जरूरी है और सीमित जिज्ञासा के साथ सीखने के पथ पर अग्रसर होते हुए अपनी तरक्की को सुनिश्चित करें ।
Video Link- https://youtu.be/g8nbGmNGKbE
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